IND vs SL Series
भारत और श्रीलंका टीम के बीच में 3 टी20 मैचों की सीरीज का आखरी मुकाबला शनिवार को खेला गया हैं। और इस मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 91 रनों से हरा दिया हैं। और सीरीज 2-1 से जीत ली। हार्दिक पांड्या की कप्तानी में खेली गई। इस सीरीज में नए चेहरों को खेलने का मौका दिया गया है। और सीनियर खिलाड़ियों को इस सीरीज में आराम दिया गया था। ऐसे में युवा खिलाड़ियों के पास में इस सीरीज में प्रदर्शन करके खुद को साबित करने का बहुत अच्छा मौका था।
नए और युवा खिलाड़ियों ने फैंस और कप्तान को बिल्कुल भी निराश नहीं किया। और टीम की जीत में महत्वपूर्ण योगदान निभाया। कप्तान हार्दिक पांड्या ने खिलाड़ियों को बहुत मौका दिया। लेकिन एक खिलाड़ी ऐसा भी था। जो दोहरा शतक लगाकर भी हार्दिक पांड्या का दिल नहीं जीत पाया। और इस खिलाड़ी को पूरे सीरीज में ही बेंच पर बैठाए रखा।
इस खिलाड़ी को कप्तान ने किया इग्नोर
यह खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि सालामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ही है। इस बल्लेबाज ने अपने शानदार प्रदर्शन से सबको हैरान कर दिया हैं। लेकिन कप्तान हार्दिक पांड्या ने श्रीलंका के खिलाफ उनको एक भी मुकाबला में खेलने का मौका तक नहीं दिया। और फैंस को यही उम्मीद थी। की सीरीज के पहले 2 मैचों में फ्लॉप रहने वाले शुभमन गिल को तीसरे टी20 में टीम से बाहर करके ऋतुराज गायकवाड़ को खेलने मौका दिया जाएगा।
लेकिन हार्दिक पांड्या ने ऐसा किया ही नहीं। और उनको एक भी मुकाबले में खेलने का मौका तक नहीं दिया। लेकिन शुभमन गिल ने तीसरे टी20 मुकाबले में 46 रन की पारी खेली थी। और घरेलू क्रिकेट में अपना लोहा मनाने वाले ऋतुराज गायकवाड़ ने हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी में बहुत ही शानदार बल्लेबाजी की थी। और उन्होंने एक मुकाबेल में तो दोहरा शतक भी जड़ दिया था। इस मुकाबले में ऋतुराज ने एक ही ओवर में 7 छक्के भी लगाए थे। और इतना सब करने के बाद भी ऋतुराज गायकवाड़ को प्लेइंग 11 में मौका तक नहीं मिल पाया।
ऋतुराज गायकवाड़ का करियर
टी20 में ऋतुराज गायकवाड़ के आंकड़ों को देखे। तो उन्होंने 90 मैचों में 35.09 के औसत और 133.91 की स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाजी की है। और इस दौरान उन्होंने 2836 रन बनाए हैं। ऋतुराज गायकवाड़ ने आईपीएल में भी अच्छी बल्लेबाजी की है। आईपीएल में ऋतुराज धोनी की टीम सीएसके का हिस्सा हैं। और उन्होंने आईपीएल के 36 मुकाबलों में 1207 रन बनाए हैं। आईपीएल में उन्होंने एक शतक भी लगाया है। ऋतुराज गायकवाड़ के आंकड़ें तो बहुत ही बड़ियां हैं। लेकिन उन्हें लगातार ज्यादा मौके नहीं दिए जा रहे हैं।