भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने भारत के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत की इंजरी और स्वास्थ्य को लेकर नया अपडेट जारी कर दिया है। बीसीसीआई की और से बुधवार को बताई गई। नई जानकारी के अनुसार भारतीय क्रिकेटर को अच्छा इलाज और सर्जरी के लिए देहरादून से मुंबई रेफर कर दिया हैं। और ऋषभ पंत का पूरा इलाज अब मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में बीसीसीआई की मेडिकल टीम की देखरेख में ही किया जाएगा।
एयर एंबुलेंस से मुंबई पहुंचे
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने प्रेस में यह कहा हैं। कि ऋषभ पंत को देहरादून के अस्पताल से एयर एंबुलेंस में मुंबई पहुंचा दिया है। जहां पर घुटने और टखने के लिगामेंट की चोट का अच्छे से उपचार किया जाएगा। ऋषभ पंत को 30 दिसंबर को कार एक्सिडेंट में गंभीर चोट लगी थी। और बीसीसीआई ने ऋषभ पंत को एयर एंबुलेंस से मुंबई ले जाने का निर्णय ले लिया हैं। क्योंकि वह किसी अन्य एयरलाइन से उड़ान भरने की स्थिति में बिल्कुल नहीं थे।
जय शाह ने कहा है। कि 30 दिसंबर को एक कार एक्सिडेंट के बाद मैक्स अस्पताल, देहरादून में इलाज कराने वाले ऋषभ पंत को एयर एंबुलेंस से मुंबई लाया जाएगा। और जय शाह ने यह भी कहा। कि उनको कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में भर्ती कराया गया है। और अस्पताल में ही सेंटर स्पोर्ट्स मेडिसिन के प्रमुख और ऑर्थोस्कोपी शोल्डर सर्विस के निदेशक डॉ. दिनशॉ परदीवाला की निगरानी में ही उनका इलाज किया जाएगा।
बीसीसीआई की देख रेख में जांच
उन्होंने कहा हैं। कि ऋषभ पंत की लिगामेंट की चोट के लिए सर्जरी की जायेगी। और उनको बाद की प्रक्रियाओं से भी गुजरना पड़ेगा। और उनके ठीक होने और रिहैबिलिटेशन के दौरान बीसीसीआई की चिकित्सा टीम ही उनका ध्यान रखेगी। जय शाह ने यह कहा हैं। कि बोर्ड ऋषभ पंत की उबरने की प्रक्रिया में सहायता और तेजी लाने के लिए पूरा प्रयास करेगा। और इस अवधि के बीच उसे हर संभव सहायता भी प्रदान करेगा।
30 दिसंबर को हुआ था पंत का एक्सीडेंट
25 साल के ऋषभ पंत दिल्ली से अपने घर रुड़की जाते समय एक भयंकर कार एक्सीडेंट का शिकार हो गए थे। और यह एक्सीडेंट 30 दिसंबर रात को उस वक्त हुआ जब पंत राष्ट्रीय राजमार्ग पर कार चलाते वक्त नियंत्रण खो बैठे थे। और उनकी कार डिवाइडर से जा टकराई थी। ऋषभ पंत के माथे पर चोट के गहरे निशान थे। और पीठ में भी गंभीर चोट के साथ उनके घुटने और टखने में भी चोट आई थी। अधिकांश चोटें तो थोड़ी हल्की थी। लेकिन टखने और घुटने की चोट ज्यादा गंभीर है।