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इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स जैसे से आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते है। उसी प्रकार से वे कप्तानी भी करते हैं। टेस्ट क्रिकेट वैसे तो सबसे धीमा खेल है। लेकिन बेन स्टोक्स ने इसमे भी अपनी अलग ही छाप छोड़ी है। बेन स्टोक्स वर्ल्ड के बहुत ही शानदार ऑलराउंडर हैं। वे बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों से ही अपनी टीम को जिताने का दम रखते हैं। ओर इस दौरान बेन स्टोक्स को आईसीसी ने टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर के लिए चुन लिया है।
इससे पहले भारत के सूर्यकुमार यादव टी20 के प्लेयर ऑफ द ईयर चुने गए थे। इसके बाद पाकिस्तान टीम के बाबर आजम वन डे प्लेयर ऑफ द ईयर बने है। और आईसीसी ने टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर के नाम से भी हटा लिया है। बेन स्टोक्स का साल 2022 में शानदार रहा है। और उनकी टीम ने भी बहुत कमाल का प्रदर्शन किया है।
बेन स्टोक्स ने किया शानदार प्रदर्शन
बेन स्टोक्स के 2022 के प्रदर्शन की बात करे। उन्होंने 870 रन बनाये हैं। जिसमें उनका औसत 36.24 का रहा है। और उन्होंने 26 विकेट भी चटकाएं हैं। जहां उनका औसत 31.20 का रहा है। साल 2022 में इंग्लैंड ने सभी फॉर्मेट में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया हैं। लेकिन कप्तान बेन स्टोक्स और कोच ब्रेंडन मैकुलम ने टेस्ट की तो तस्वीर बदल कर रख दी हैं।
टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड ने काफी रिस्क लिया हैं। और तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करने की रणनीति बनाई। जो काफी सफल भी रही है। इंग्लैंड टीम का टेस्ट कप्तान बनने के बाद बेन स्टोक्स ने 10 टेस्ट मुकाबले खेले हैं। और इसमें से 9 मुकाबले में उनको जीत मिली हैं। इंग्लैंड ने अपने ही घर पर जहां न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीमों को मात दी है।
वहीं पाकिस्तान टीम को तो घर में 3-0 से हराया हैं। और वहीं जिस भारत और इंग्लैंड सीरीज में पीछे चल रही थी। उसके लास्ट के मैच में भी इंग्लैंड ने भारतीय टीम को हरा दिया हैं। और सीरीज 2-2 से बराबर कर दी हैं। पाकिस्तान के खिलाफ तो पाकिस्तान में इंग्लैंड ने टेस्ट की अब तक की बड़ी जीत हासिल की है।
बतौर कप्तान इंग्लैंड के लिए शानदार प्रदर्शन
जब बेन स्टोक्स टेस्ट टीम के कप्तान बने। उससे पहले उनकी टीम हार का सामना किए जा रही थी। पिछले 17 टेस्ट मैचों में से इंग्लैंड टीम केवल एक ही मुकाबला जीत सकी थी। लेकिन बेन स्टोक्स ने आते से ही सब कुछ बदलकर रख दिया हैं। और जब जरूरत पड़ी बेन स्टोक्स ने नए खिलाड़ियों को डेब्यू का मौका दिया। और अगर किसी खिलाड़ी का फार्म नहीं नहीं रहा है। तो उसे बाहर करने में भी कोई देरी नहीं की। 2022 में 15 टेस्ट में मुकाबलों में इंग्लैंड की स्कोरिंग दर 4.15 की थी। जो इतिहास में दूसरी सबसे सबसे बड़ी और 1910 में ऑस्ट्रेलिया के बाद से सबसे ज्यादा थी।