BCCI review meeting
बीसीसीआई ने 1 जनवरी को मुंबई में भारतीय टीम की रिव्यू मीटिंग है। और इस समीक्षा मीटिंग में बोर्ड ने बहुत से महत्वपूर्ण फैसले ले लिए हैं। और इस बैठक में टीम इंडिया के पिछले 2022 के प्रदर्शन की समीक्षा हैं। और साथ ही भारत के कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी पर भी एक बहुत बड़ा फैसला और अहम फैसला लिया गया हैं।
वनडे और टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा की कप्तानी को अभी बिल्कुल भी खतरा नहीं है। क्योंकि सूत्रों के मुताबिक बोर्ड के अधिकारियों ने यह कहा है। कि पारंपारिक प्रारूपों में रोहित की कप्तानी में कुछ असंतोषजनक तो नहीं लगा है। और कप्तान रोहित शर्मा टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ , बीसीसीआई के सचिव जय शाह के द्वारा बुलाई समीक्षा मीटिंग में भाग लिया हैं।
मीटिंग में पिछली चयन समिति के प्रमुख चेतन शर्मा, एनसीए के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण एवम बोर्ड के अध्यक्ष रोजर बिन्नी भी वही पर मोजूद थे। सबसे ज्यादा फोकस फिलहाल वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप पर ही है। और भारतीय टीम की फाइनल में पहुंचने की उम्मीद भी बहुत की जा रही है। और इसके अलावा 2023 में वनडे वर्ल्ड कप होना भी अभी बाकी है। भारत के नए टी20 कप्तान हार्दिक पंड्या ने इस मीटिंग में भाग नहीं लिया हैं।
हार्दिक पांड्या श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार से स्टार्ट हो होने वाली 3 मैचों की टी20 सीरीज के लिये मुंबई में ही मोजूद हैं। BCCI के किसी सूत्र ने यह बताया हैं। की,” रोहित शर्मा अभी वनडे और टेस्ट में कप्तानी कर रहे हैं। और इन 2 प्रारूपों में कप्तान के रूप में उनके भविष्य को लेकर ज्यादा बाते तो अभी नहीं की गई हैं। और टेस्ट और वनडे में उनका कप्तानी का रिकॉर्ड भी कमाल का है।
यह भी लगभग तय किया हैं। कि 20 खिलाड़ियों के पूल को वर्ल्ड कप 2023 तक रोटेट भी करना है। समीक्षा मीटिंग में हिस्सा लेने वाले चेतन शर्मा राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष एक बार फिर से बन सकते हैं। और अगर अध्यक्ष नहीं बने। तो वह उत्तरी क्षेत्र के प्रतिनिधि भी सकते हैं। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद का नाम भी साउथ क्षेत्र से जारी है। लेकिन उनका चुना जाना पक्का नहीं है।
चेतन शर्मा को 2023 वर्ल्ड कप की तैयारी के हेतु रोडमैप तैयार करने में भी शामिल करना बहुत बड़ा संकेत है। और बीसीसीआई के सूत्र ने यह भी कहा , हैं। ” अगर चेतन शर्मा को कहा नहीं गया। तो वह इस पद के लिये आवेदन नहीं करते। और यह अपने आप में एक बड़ा संकेत है। भारत को 10 महीने में वर्ल्ड कप भी खेलना है।
हरविंदर सिंह और चेतन शर्मा की मौजूदगी से 3 नये सदस्य के साथ भी निरंतरता बनी रह सकती हैं। यह भी समझा जाता है। पूर्वी क्षेत्र से एस एस दास के चुने जाने की बहुत ज्यादा संभावना लग रही है। और उनके पास 21 टेस्ट मुकाबलों का अनुभव भी है। और पश्चिम से गुजरात के सलिल अंकोला, मुकुंद परमार और समीर दिघे के नाम इस दौड़ में अभी सबसे आगे है।