Rohit Sharma vs Virat Kohli T20I Stats
भारतीय टीम ने पिछले लगभग एक साल में बहुत से कप्तान देखे हैं। टी20 वर्ल्ड कप 2022 से पहले भारतीय क्रिकेट में अनेकों प्रयोग किए है। कभी रिषभ पंत कप्तान तो हार्दिक पांड्या को कप्तानी सोपी गई। कभी केएल राहुल ने भी भारत की कप्तानी की जिम्मेदारी उठाई। और पिछले करीब 1 साल से फुलटाइम कप्तान तो रोहित शर्मा ही हैं। टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की सेमीफाइनल में करारी हार के बाद अब रोहित शर्मा की कप्तानी पर भी कई सवाल उठाए जा रहे हैं।
न्यूजीलैंड की सीरीज में हार्दिक पांड्या कप्तानी कर रहे थे। लेकिन क्या हार्दिक पांड्या ही आने वाले समय में भारतीय टीम के टी20 में कप्तान हो सकते हैं। इसको लेकर अभी तक तो साफ नहीं है। रोहित शर्मा से पहले विराट कोहली लंबे वक्त तक टीम इंडिया की कप्तानी करते रहे है। लेकिन वे अपनी कप्तानी में एक भी आईसीसी की ट्रॉफी भारतीय टीम को नहीं दिला सके। और इसके बाद रोहित शर्मा के पास वर्ल्ड कप में ये मौका था। लेकिन वे भी नाकाम ही रहे। और इस बीच अब आपको ये भी जानना होगा। कि रोहित शर्मा और विराट कोहली ने कितने टी20 अंतराष्ट्रीय मुकाबलो में भारतीय टीम की कमान संभाली है। और उनके आंकड़े किस तरह के हैं।
रोहित शर्मा और विराट कोहली की कप्तानी के आंकड़े
विराट कोहली और रोहित शर्मा ने लगभग बराबर टी20 अंतराष्ट्रीय मुकाबलों में भारतीय टीम की कप्तानी संभाली है। लेकिन दोनों के आंकड़ों में बहुत अंतर है। पहले बात करते हैं। विराट कोहली की पूर्व कप्तान विराट कोहली ने 51 टी20 मैचों में भारतीय टीम की कमान संभाली है। इसमें से 30 मुकाबलों में भारत जीता है। तो वहीं 16 में उसे हार का सामना करना पड़ा। 2 मुकाबले टाई रहे हैं।
2 मैच ऐसे भी थे। जिनका रिजल्ट कुछ भी नहीं आया है। विराट कोहली की सफलता 64.58% रही है। और अब बात करे। रोहित शर्मा की तो रोहित शर्मा अब तक 51 मुकाबलों में भारत की कप्तानी कर चुके हैं। इसमें से 39 मुकाबले भारतीय टीम ने जीते है। और 12 में उसे हार का सामना करना पड़ा। और उनकी सफलता का प्रतिशत लगभग 76.47% है। मतलब विराट कोहली से भी कहीं ज्यादा।
हार्दिक पांड्या के आंकड़े
महेंद्र सिंह धोनी ने अब तक टी20 मैचों में सबसे ज्यादा बार टीम की कप्तानी की है। और उनसे आगे निकलना तो kfi दूर की बात है। उन्हें छू पाना भी मुश्किल नजर आ रहा है। धोनी ने 72 मुकाबलों में कप्तानी की है। इसमें से भारत ने 41 मुलाबले जीते हैं। और 28 में हार का सामना करना पड़ा है। एक मुकाबला टाई रहा है। और 2 मैच ऐसे रहे। जिनका परिणाम सामने ही नहीं आया है।
धोनी की सफलता का प्रतिशत 59.28 का रहा है। जो की विराट कोहली और रोहित शर्मा से भी थोड़ा कम है। और अब बात करे। हार्दिक पांड्या की जो की भविष्य के कप्तान हो सकते हैं। उन्हें अभी तक 5 ही मुकाबलों में कप्तानी का मौका मिला है। जिसमें से भारत ने 4 मुकाबले जीते हैं। और एक मैच टाई भी रहा है।
हार्दिक पांड्या की कप्तानी में भारतीय टीम अभी तक एक भी मुकाबला नहीं हारी है। और उनकी जीत का प्रतिशत 90% है। और अभी उन्हें कम ही मैचों में भारत की कप्तानी का अवसर मिला है। ऐसे में आने वाले समय में जब वे ज्यादा मैचों में भारत की कप्तानी करेंगे। तो पता चलेगा कि वह कैसे कप्तान हैं।